खरसिया हादसा : हाईवा की चपेट में आईं 10 गायें, प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल
सूर्य News Raigarh | Raigarh News | Kharasiya News
खरसिया (रायगढ़), 3 सितंबर 2025। रायगढ़ जिले के खरसिया में मंगलवार देर रात दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। भद्री चौक के पास सड़क पर बैठी लगभग 10 गायें एक तेज रफ्तार हाईवा ट्रक की चपेट में आकर मौत का शिकार हो गईं। इस दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। हादसे के बाद ट्रक चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
गौठान योजना की बंदी से बिगड़े हालात
ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व सरकार की गौठान योजना के चलते पहले आवारा मवेशियों को रखने और उनकी देखभाल की व्यवस्था रहती थी। इस वजह से सड़कों पर हादसों की संख्या कम हो गई थी। लेकिन वर्तमान समय में अधिकांश गौठान बंद हो गए हैं, जिसके कारण बड़ी संख्या में मवेशी खुले में घूमते हैं। दूध देना बंद कर चुकी गायें या अनुपयोगी बैल अक्सर सड़कों पर छोड़ दिए जाते हैं। यही लापरवाही अब बड़े हादसों की वजह बन रही है।
प्रशासन और पशुपालकों पर सवाल
गांव के लोगों का कहना है कि प्रशासन की ढिलाई और पशुपालकों की लापरवाही की वजह से ही यह स्थिति बनी है। यदि समय रहते इन बेजुबान जानवरों के लिए ठोस व्यवस्था की जाती, तो ऐसे दर्दनाक हादसों को टाला जा सकता था।
> "आखिर कब तक हमारी गायें इस तरह सड़कों पर मरती रहेंगी?" — राकेश केसरवानी, गौसेवक
क्या यह हादसा आखिरी होगा?
यह सिर्फ एक हादसा नहीं बल्कि सड़क सुरक्षा और गौवंश संरक्षण की बड़ी समस्या का संकेत है। आए दिन गायें और अन्य मवेशी सड़क पर भटकते रहते हैं, जिनकी वजह से न केवल उनकी जान जाती है बल्कि सड़क पर चलने वाले लोगों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ती है।
अब ज़रूरत ठोस कदम उठाने की
प्रशासन को तुरंत आवारा मवेशियों की देखभाल के लिए स्थायी व्यवस्था करनी होगी।
दोषी पशुपालकों पर कार्रवाई होनी चाहिए जो जानवरों को सड़कों पर छोड़ते हैं।
हाईवा और भारी वाहनों की तेज रफ्तार पर नियंत्रण के लिए सख्ती बरतनी होगी।
ग्रामीण इलाकों में गौठान जैसी योजनाओं को फिर से शुरू करने की मांग तेज हो रही है।
खरसिया की यह घटना पूरे रायगढ़ जिले के लिए चेतावनी है। यदि समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो न जाने कितने और बेजुबान जानवर इस तरह सड़कों पर अपनी जान गंवाते रहेंगे।

