सागौन जंगल में मिली सड़ी-गली लाश, इलाके में सनसनी – पूर्व विधायक के परिजनों की होने की आशंका
रायगढ़, छत्तीसगढ़।
जिले के धर्मजयगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सिसरिंगा में उस वक्त हड़कंप मच गया जब स्थानीय लोगों ने सागौन के घने जंगल में एक सड़ी-गली अवस्था में शव देखा। यह शव 5 से 7 दिन पुराना बताया जा रहा है, और अब इसे लेकर इलाके में कई तरह की चर्चाएं तेज हो गई हैं।
सबसे बड़ी बात यह है कि इस शव को लेकर पूर्व विधायक चक्रधर सिदार के भाई जयपाल सिंह सिदार होने की आशंका जताई जा रही है, जो कि 7 जुलाई से रहस्यमयी परिस्थितियों में लापता थे। हालांकि, पुलिस और परिजनों द्वारा शव की पुष्टि अभी तक नहीं की गई है।
कब और कैसे हुई घटना?
मिली जानकारी के अनुसार, जयपाल सिंह सिदार 7 जुलाई की सुबह अपनी मासूम बच्ची को स्कूल छोड़ने के लिए निकले थे, लेकिन उसके बाद से उनका कोई सुराग नहीं मिला। परिजन और पुलिस लगातार उनकी तलाश में जुटे रहे, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
अब लगभग एक महीने बाद, सिसरिंगा मंदिर के पीछे सागौन जंगल में एक शव मिलने से पूरे क्षेत्र में मातम का माहौल बन गया है। शव जींस और टी-शर्ट में था, जिससे लोगों को शक हो रहा है कि यह जयपाल सिंह का ही हो सकता है। शव की हालत बेहद खराब है, जिससे उसकी पहचान कर पाना मुश्किल हो गया है।
पुलिस की जांच शुरू, वरिष्ठ अधिकारी मौके पर
घटना की सूचना मिलते ही धर्मजयगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए रायगढ़ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी है।
फिलहाल पुलिस इस मामले को संदेहास्पद मौत मानते हुए सभी पहलुओं से जांच कर रही है – क्या यह हत्या है, आत्महत्या या दुर्घटना, यह आने वाली रिपोर्ट से साफ हो पाएगा।
सवाल जो उठ रहे हैं
क्या शव वास्तव में जयपाल सिंह का है?
अगर हां, तो इतने दिनों तक वह कहां थे?
क्या यह सुनियोजित हत्या है?
किसने और क्यों उन्हें नुकसान पहुंचाया?
इन सभी सवालों के जवाब अब पुलिस की गहन जांच और पोस्टमार्टम रि
पोर्ट के बाद ही मिल पाएंगे।

