रायगढ़ में गूंजेगी कला-संस्कृति की धुन: 27 अगस्त से शुरू होगा 10 दिवसीय चक्रधर समारोह
रायगढ़। छत्तीसगढ़ का सांस्कृतिक नगर रायगढ़ एक बार फिर देश-विदेश के कलाकारों और कला प्रेमियों का केंद्र बनने जा रहा है। ख्यातिप्राप्त चक्रधर समारोह का 40वां संस्करण इस बार 27 अगस्त से 5 सितंबर 2025 तक आयोजित होगा। दस दिन तक चलने वाले इस भव्य महोत्सव में शास्त्रीय नृत्य, संगीत, लोकगायन और कवि सम्मेलन जैसे विविध रंग देखने को मिलेंगे।
उद्घाटन से समापन तक भव्य आयोजन
समारोह का शुभारंभ 27 अगस्त को राज्यपाल रमेन डेका के करकमलों से होगा। वहीं समापन समारोह में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय विशेष रूप से मौजूद रहेंगे। आयोजन स्थल रामलीला मैदान, रायगढ़ रहेगा, जहां हर दिन शाम 7 बजे से कार्यक्रमों का शुभारंभ होगा।
उद्घाटन दिवस पर गणेश वंदना के साथ शुरुआत होगी, इसके बाद दिल्ली के प्रसिद्ध कथक नर्तक पं. राजेंद्र गंगानी और जाने-माने कवि डॉ. कुमार विश्वास अपनी कला से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेंगे।
समापन दिवस यानी 5 सितंबर को दिल्ली की प्रसिद्ध कथक जोड़ी पद्मश्री डॉ. नलिनी-कमलिनी अस्थाना मंच पर होंगी और अंतिम प्रस्तुति देंगे मशहूर गायक पद्मश्री कैलाश खेर, जो समारोह को यादगार बना देंगे।
दिनवार मुख्य आकर्षण
📅 27 अगस्त
गणेश वंदना
पं. राजेंद्र गंगानी (कथक)
डॉ. कुमार विश्वास (काव्य पाठ)
📅 28 अगस्त
पूजा जैन (कथक)
राजनंदिनी पटनायक (ओडिशी)
प्रियंका सलूजा (कथक)
डॉ. राखी रॉय (भरतनाट्यम)
देविका देवेन्द्र एस (कथक)
📅 29 अगस्त
राधिका शर्मा व अंजली शर्मा (कथक)
गुरु बाला विश्वनाथ (भरतनाट्यम)
आरू साहू (छत्तीसगढ़ी लोकगीत)
पं. योगेश शम्सी (तबला)
📅 30 अगस्त
प्रो. लवली शर्मा (सितार वादन)
इशिका गिरी (कथक)
भूमिसुता मिश्रा-लिप्सा रानी (ओडिशी)
श्वेता वर्मा (कथक)
पद्मश्री राधेश्याम बारले (पंथी)
जनाब अनीस साबरी (कव्वाली)
📅 31 अगस्त
आद्या पांडेय (भरतनाट्यम)
शैल्वी सहगल (कथक)
अन्विता विश्वकर्मा (शास्त्रीय नृत्य)
डॉ. कृष्ण कुमार सिन्हा (कथक)
कवि सम्मेलन: बंशीधर मिश्रा, चिराग जैन एंड टीम
📅 1 सितंबर
डॉ. योगिता मांडलिक (कथक)
भूपेंद्र बरेठ व ग्रुप (कथक)
डॉ. विपुल राय (संतूर वादन)
नितिन दुबे व ग्रुप (लोकगायन)
📅 2 सितंबर
काजल कौशिक (कथक)
नरेंद्र गुप्ता (काव्य पाठ)
सचिन कुम्हरे (कथक)
छाया चंद्राकर व ग्रुप (लोकसंगीत)
दीपक दास महंत (तबला)
📅 3 सितंबर
अर्नव चटर्जी (गायन)
वासंती वैष्णव व ग्रुप (कथक)
अजीत कुमारी कुजूर (भरतनाट्यम)
निलांगी कालान्तरे (कथक)
मनोज प्रसाद (मल्लखम्ब)
📅 4 सितंबर
नित्या शर्मा (कथक)
यामी वैष्णव (कथक)
मोहित शास्त्री (बांसुरी वादन)
गुरु गोपिका वर्मा (मोहिनीअट्टम)
कविता वासनिक व ग्रुप (छत्तीसगढ़ी लोकरंग)
📅 5 सितंबर (समापन दिवस)
पद्मश्री डॉ. नलिनी-कमलिनी अस्थाना (कथक)
पद्मश्री कैलाश खेर (गायन)
क्यों खास है यह आयोजन?
यह समारोह रायगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर राजा चक्रधर सिंह की स्मृति में आयोजित किया जाता है
यहां एक ही मंच पर शास्त्रीय, लोक और आधुनिक कला का संगम देखने को मिलता है।
देश-विदेश के कलाकारों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान का अवसर।


