भारतमाला परियोजना में बढ़ती गड़बड़ियां: रायगढ़ में सख्त कार्रवाई की तैयारी
रायगढ़, 6 अगस्त 2025
भारत सरकार की महत्वाकांक्षी भारतमाला परियोजना में लगातार हो रहे गड़बड़ियों और अवैध निर्माणों के चलते अब प्रशासन सख्त कार्रवाई की तैयारी में है। विशेष रूप से धरमजयगढ़ के मेंढरमार और बायसी क्षेत्र में अवैध शेड बनाए गए हैं, जिससे प्रोजेक्ट की लागत बढ़ रही है और काम में देरी हो रही है।
क्या है मामला?
धरमजयगढ़ क्षेत्र में भारतमाला योजना के तहत रायपुर से धनबाद तक फोरलेन सड़क बनाई जा रही है। इसमें उरगा से पत्थलगांव तक का हिस्सा (87.55 किमी) भी शामिल है। इस सड़क निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन सर्वे के पहले ही कई लोगों ने सड़क के संभावित रास्ते (एलाइनमेंट) में अवैध रूप से शेड बना लिए हैं।
यह काम एनएचएआई, सर्वे करने वाली निजी कंपनी, और पटवारियों की मिलीभगत से हुआ है। मेंढरमार, बायसी और बायसी कॉलोनी में एक ही सीध में बड़ी संख्या में अवैध निर्माण हो चुके हैं।
💰 बढ़ रही है लागत
भारतमाला परियोजना के तीन चरणों में सड़क निर्माण का अनुमानित खर्च:
पहला चरण (बिलासपुर से उरगा – 70 किमी): ₹1050 करोड़
दूसरा चरण (उरगा से पत्थलगांव – 87.55 किमी): ₹1275 करोड़
तीसरा चरण (पत्थलगांव से धनबाद बॉर्डर तक – 130 किमी): ₹1950 करोड़
इसमें भूमि अधिग्रहण का मुआवजा शामिल नहीं है। टेंडर दिलीप बिल्डकॉन को मिल चुका है, और 8 अगस्त 2026 तक प्रोजेक्ट पूरा करने का लक्ष्य है।
जांच और कार्रवाई
एनएचएआई ने राज्य प्रशासन को अवैध निर्माण रोकने के लिए अलर्ट किया है। 14 गांव इस सड़क परियोजना से प्रभावित हो रहे हैं। कोल ब्लॉक और अन्य कारणों से पहले ही एलाइनमेंट बदला गया था, लेकिन फिर भी लोगों ने मौके का फायदा उठाकर शेड बना लिए।
अब रायगढ़ कलेक्टर ने सख्त आदेश दिए हैं। अवैध निर्माण की सूची तैयार की जा रही है, और जल्द ही तोड़फोड़ की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही भू-अर्जन में हुई त्रुटियों को भी ठीक करने के निर्देश दिए गए हैं।
भारतमाला जैसी राष्ट्रीय परियोजना में भ्रष्टाचार और मिलीभगत से प्रोजेक्ट की लागत और समय दोनों प्रभावित हो रहे हैं। प्रशासन को चाहिए कि वह दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करे, ताकि देशहित के इन महत्वपूर्ण विकास कार्यों को समय पर और पारदर्शिता से पूरा किया जा सके।

