🪔 रक्षाबंधन 2025: जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, भद्रा काल, राहुकाल और बन रहे खास योग
रक्षाबंधन भाई-बहन के अटूट प्रेम, विश्वास और सुरक्षा के वचन का त्योहार है। यह हर वर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र (राखी) बांधकर उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं, और भाई जीवनभर रक्षा का वचन देता है।
📅 रक्षाबंधन 2025 की तारीख और पूर्णिमा तिथि
इस वर्ष रक्षाबंधन शनिवार, 9 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा।
पूर्णिमा तिथि शुरू: 8 अगस्त, दोपहर 2:12 बजे
पूर्णिमा तिथि समाप्त: 9 अगस्त, दोपहर 1:21 बज
इसलिए राखी बांधने और पूजा का शुभ समय 9 अगस्त को रहेगा।
🔥 क्या इस बार भद्रा का प्रभाव रहेगा?
नहीं! रक्षाबंधन के दिन भद्रा समाप्त हो चुकी होगी।
भद्रा काल: 8 अगस्त, दोपहर 2:12 बजे से
भद्रा समाप्त: 9 अगस्त, सुबह 1:52 बजे
सूर्योदय 9 अगस्त को सुबह 5:47 बजे है, इसलिए राखी बांधने पर भद्रा का कोई प्रभाव नहीं रहेगा।
☄️ राहुकाल का समय – कब न बांधें राखी?
राहुकाल में किसी भी शुभ कार्य को करना वर्जित माना जाता है।
9 अगस्त को राहुकाल: सुबह 9:07 बजे से 10:47 बजे तक
इस समय राखी बांधने से बचना चाहिए।
⏰ राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
रक्षाबंधन 2025 पर राखी बांधने का सर्वश्रेष्ठ समय:
सुबह 5:47 बजे से दोपहर 1:24 बजे तक
राहुकाल छोड़कर इस समय में राखी बांधना शुभ रहेगा।
🌟 इस बार बन रहे हैं विशेष योग
इस बार रक्षाबंधन पर कई शुभ योग बन रहे हैं, जो त्योहार को और भी विशेष बनाते हैं:
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:22 से 5:04 बजे
सर्वार्थ सिद्धि योग: सुबह 5:47 से दोपहर 2:23 बजे
सौभाग्य योग: पूरे दिन
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:17 से 12:53 बजे
🪐 ग्रहों की स्थिति – ज्योतिषीय महत्व
रक्षाबंधन के दिन ग्रहों की अनूठी स्थिति भी शुभ संकेत दे रही है:
सूर्य और बुध – कर्क राशि में
चंद्रमा – मकर राशि में
शनि – मीन राशि में
गुरु और शुक्र – मिथुन राशि में
राहु – कुंभ में, केतु – सिंह राशि में
यह संयोग पारिवारिक संबंधों को प्रगाढ़ करने और सकारात्मक ऊर्जा देने वाला है।
🕉️ चौघड़िया मुहूर्त – दिनभर के शुभ समय
समय मुहूर्त महत्व
सुबह 10:15 – 12:00 लाभ लाभकारी कार्यों के लिए
दोपहर 1:30 – 3:00 अमृत अत्यंत शुभ
शाम 4:30 – 6:00 चर यात्रा व अन्य कार्यों के लिए शुभ
🙏 रक्षाबंधन की पूजा विधि – सरल और शुभ तरीका
1. सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें
2. पूजा की थाली में राखी, रोली, अक्षत, मिठाई और दीपक रखें
3. भाई को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर बैठाएं
4. तिलक करें, राखी बांधें और आरती उतारें
5. भाई को मिठाई खिलाएं और उसके सुखमय जीवन की कामना करें
रक्षाबंधन 2025 न केवल भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है, बल्कि इस बार शुभ योग और ग्रहों की स्थिति इसे और भी अधिक पावन बना रही है। आप 9 अगस्त को सुबह 5:
47 से दोपहर 1:24 बजे तक (राहुकाल छोड़कर) राखी बांध सकते हैं। पूजा विधि को सही तरीके से अपनाकर इस दिन को और भी मंगलकारी बनाएं।

