मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का धरमजयगढ़ आगमन, गोकुल यादव बने चर्चा का केंद्र
धरमजयगढ़, छत्तीसगढ़।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ नई दिशा की ओर बढ़ रहा है। 14 अगस्त को वे पहली बार धरमजयगढ़ की पावन धरा पर पहुँचे। इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्रवासियों को करोड़ों की सौगात दी और स्वर्गीय कुमार दिलीप सिंह जूदेव की पुण्यतिथि पर आयोजित संस्कृति गौरव महासम्मेलन में शामिल होकर लोगों को संबोधित किया।
स्व. जूदेव को दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. कुमार दिलीप सिंह जूदेव केवल राजनीति के मार्गदर्शक ही नहीं थे, बल्कि सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति के सच्चे ध्वजवाहक भी थे। उन्होंने घर वापसी आंदोलन के माध्यम से धर्मांतरण करने वाले लोगों को अपने मूल धर्म में लौटने का मार्ग दिखाया। खासकर आदिवासी क्षेत्रों में उन्होंने सांस्कृतिक पहचान और परंपराओं की रक्षा के लिए बड़ा आंदोलन खड़ा किया।
धर्मांतरण पर बनेगा सख्त कानून
कार्यक्रम के मंच से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने घोषणा की कि प्रदेश में धर्मांतरण पर प्रभावी रोक लगाने के लिए विधानसभा में कानून लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति और परंपराओं की रक्षा ही उनकी प्राथमिकता है।
हेलीकॉप्टर सफर से बढ़ी चर्चा
धरमजयगढ़ दौरे के बाद मुख्यमंत्री साय जब रायपुर लौटे तो उनके साथ भाजपा जिला उपाध्यक्ष गोकुल नारायण यादव भी हेलीकॉप्टर में सवार थे। यात्रा के दौरान दोनों के बीच राजनीतिक चर्चा भी हुई। मुख्यमंत्री के साथ गोकुल यादव का यह सफर नगर में चर्चाओं का विषय बन गया है और इसे लेकर सियासी गलियारों में अलग-अलग कयास लगाए जा रहे हैं।

