रायगढ़ में कांग्रेस का बिजली बिल हाफ योजना के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन, विभाग के बाहर फूंका पुतला
रायगढ़ | 7 अगस्त 2025:
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में बिजली बिल हाफ योजना को बंद किए जाने के विरोध में कांग्रेसियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। जिला कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने बिजली विभाग के सामने रैली निकालते हुए प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की और विभाग का पुतला दहन कर अपना आक्रोश जताया।
बिजली विभाग का मुख्य गेट बंद, सड़क पर बैठकर किया प्रदर्शन
गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता रैली के रूप में बिजली विभाग पहुंचे। लेकिन विभाग के मुख्य गेट को पहले से ही बंद कर दिया गया था और पुलिस बल भी तैनात था। ऐसे में कार्यकर्ता सड़कों पर बैठ गए और विरोध प्रदर्शन करते हुए बिजली विभाग के गेट के सामने ही पुतला दहन किया।
क्या है विवाद की वजह?
प्रदेश सरकार ने हाल ही में बिजली बिल हाफ योजना में बदलाव करते हुए केवल उन्हीं उपभोक्ताओं को लाभ देने की घोषणा की है जिनकी मासिक खपत 100 यूनिट से कम है। इससे लाखों घरेलू उपभोक्ता योजना से बाहर हो गए हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि उपभोक्ता की खपत 101 यूनिट हो जाती है, तो उसे पूरे यूनिट का पूरा बिल देना होगा, यानी 100 यूनिट पर मिलने वाली छूट भी समाप्त हो जाएगी।
कांग्रेस सरकार में थी राहत, अब क्यों छीना गया हक?
जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने कहा कि जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, तब 5 वर्षों तक विपरीत परिस्थितियों के बावजूद बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए "बिजली बिल हाफ योजना" लागू की गई थी। इससे करीब 44 लाख उपभोक्ताओं को लाभ मिला और प्रत्येक उपभोक्ता की लगभग ₹40,000 से ₹50,000 तक की बचत हुई।
भाजपा सरकार पर लगे गंभीर आरोप
अनिल शुक्ला ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार छत्तीसगढ़ की बिजली को बाहर के राज्यों में बेच रही है, जबकि राज्य की जनता को महंगे दर पर बिजली दी जा रही है। उन्होंने कहा कि यह छत्तीसगढ़ के कोयले, पानी और ज़मीन का अपमान है।
राज्यपाल के नाम सौंपा गया ज्ञापन
विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसियों ने बिजली विभाग के कार्यपालन अभियंता (EE) को राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इसमें मांग की गई कि भाजपा की "जनविरोधी बिजली नीति" को तत्काल वापस लिया जाए और आम जनता को फिर से पह
ले जैसी राहत दी जाए।

