विष्णु का सुशासन : छत्तीसगढ़ के PDS सिस्टम में सुधार, गरीब परिवारों तक पहुंच रहा मुफ्त खाद्यान्न
रायपुर। छत्तीसगढ़ ने 1 नवंबर 2025 को अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे कर लिए हैं। इस अवसर को प्रदेश “छत्तीसगढ़ रजत जयंती (Chhattisgarh Silver Jubilee)” के रूप में मना रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (Vishnu Deo Sai) के नेतृत्व में राज्य सरकार ने इस ऐतिहासिक वर्ष में कई अहम फैसले लिए हैं, जिनका सीधा लाभ प्रदेशवासियों को मिल रहा है।
सरकार का फोकस खाद्यान्न सुरक्षा (Food Security) और PDS सिस्टम में सुधार पर रहा है। आज प्रदेश के लाखों गरीब और जरूरतमंद परिवारों को मुफ्त में पोषणयुक्त खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ का 25 साल का सफर
साल 2000 में जब छत्तीसगढ़ एक अलग राज्य बना था, तब यह क्षेत्र गंभीर चुनौतियों से जूझ रहा था।
गरीबी और पिछड़ापन
नक्सल प्रभाव
बुनियादी ढांचे की कमी
किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य न मिलना
उस समय की सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) बेहद अव्यवस्थित थी।
राशन दुकानों में अक्सर अनाज उपलब्ध नहीं होता था।
जो अनाज मिलता था उसकी गुणवत्ता बहुत खराब होती थी।
किसानों के पास सुरक्षित धान बिक्री की ठोस व्यवस्था नहीं थी, जिससे उन्हें औने-पौने दामों पर अपनी उपज बेचनी पड़ती थी।
भंडारण और प्रसंस्करण की सुविधाएँ सीमित थीं।
विडंबना यह थी कि जिस प्रदेश को देश “धान का कटोरा” (Rice Bowl of India) कहा जाता है, वही अपने नागरिकों को भरपेट भोजन देने में संघर्ष कर रहा था।
विष्णु सरकार में बदलाव की बयार
आज, रजत जयंती वर्ष में छत्तीसगढ़ ने नई ऊर्जा और नए उत्साह के साथ आगे बढ़ने की ठानी है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार ने PDS सिस्टम में बड़े बदलाव किए हैं।
गरीब और जरूरतमंद परिवारों को मुफ्त खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है।
किसानों से धान की खरीद सुरक्षित और उचित दामों पर की जा रही है।
भंडारण और वितरण की व्यवस्था को मजबूत किया गया है।
इससे प्रदेश धीरे-धीरे खाद्यान्न आत्मनिर्भरता (Foodgrain Self-Sufficiency) की ओर बढ़ रहा है।
छत्तीसगढ़ रजत जयंती : आत्मनिर्भरता की ओर कदम
25 वर्षों की यात्रा में छत्तीसगढ़ ने साबित कर दिया है कि चुनौतियों को अवसर में बदला जा सकता है। आज प्रदेश का PDS मॉडल देशभर में सराहना का विषय है।
रजत जयंती वर्ष में लिया गया संकल्प –
हर नागरिक को भरपेट भोजन
हर किसान को मेहनत का उचित मूल्य
हर परिवार तक खाद्यान्न की सुरक्षा
यही है “विष्णु का
सुशासन” (Vishnu Ka Sushasan), जो छत्तीसगढ़ को एक नई दिशा दे रहा है।


