Sukma News: स्कूल में 426 बच्चों के खाने में जहर, शिक्षक गिरफ्तार – पुलिस ने बताई चौंकाने वाली वजह
स्कूल में 426 बच्चों को जहर देने वाला शिक्षक गिरफ्तार
सूर्य NEWS RAIGARH - 27 अगस्त 2025
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। पाकेला पोटाकेबिन स्कूल में पढ़ने वाले 426 बच्चों के खाने में फिनाइल जहर मिलाने का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ है। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर एक शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में सामने आया कि यह कदम उसने आपसी रंजिश के चलते उठाया था।
426 बच्चों की जान खतरे में डालने वाला शिक्षक गिरफ्तार
सुकमा पुलिस ने इस मामले में आरोपी शिक्षक धनंजय साहू को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे 14 दिनों की न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि उसने स्कूल के अधीक्षक से बदला लेने के लिए बच्चों के खाने में जहर मिलाया था।
रंजिश बनी खतरनाक साजिश की वजह
सूत्रों के मुताबिक, शिक्षक धनंजय साहू और स्कूल अधीक्षक दुजल पटेल के बीच पिछले एक साल से विवाद चल रहा था।
पहले धनंजय साहू ही पाकेला पोटाकेबिन के अधीक्षक थे।
उस दौरान उन्होंने एक छात्र को इतनी बुरी तरह पीटा कि उसका कान का पर्दा फट गया।
इस घटना के बाद साहू को पद से हटा दिया गया और दुजल पटेल को नया अधीक्षक बना दिया गया।
यहीं से दोनों के बीच गहरी रंजिश पैदा हो गई।
जिस दिन घटना हुई, उस दिन सुबह साहू स्कूल परिसर में वाहन पार्किंग के लिए शेड बना रहे थे। अधीक्षक पटेल ने इस निर्माण पर रोक लगा दी। इससे गुस्साए साहू ने बदला लेने की ठानी और बच्चों के खाने में फिनाइल जहर मिला दिया।
हाईकोर्ट की टिप्पणी के बाद प्रशासन सख्त
इस मामले ने तूल पकड़ लिया और हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी के बाद पुलिस और जिला प्रशासन हरकत में आया। प्रशासन ने अधीक्षक, अनुदेशक समेत करीब 15 लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
कलेक्टर की कार्रवाई – अधीक्षक और सहायक अधीक्षक हटाए गए
सुकमा कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शिक्षक धनंजय साहू को निलंबित कर दिया। साथ ही, अधीक्षक दुजल पटेल को भी पद से हटा कर समग्र शिक्षा विभाग में अटैच कर दिया गया।
इसके अलावा, सहायक अधीक्षक गौतम कुमार ध्रुव को भी हटाकर माध्यमिक शाला में अटैच किया गया। अब नए अधीक्षक के रूप में भवन सिंह मंडावी की नियुक्ति की गई है।
बच्चों की सुरक्षा पर उठे सवाल
यह घटना पूरे क्षेत्र में चिंता का विषय बन गई है। सवाल यह है कि जब स्कूल जैसे सुरक्षित माने जाने वाले स्थान पर बच्चों की जान खतरे में डाली जा सकती है, तो बच्चों की सुरक्षा की गारंटी कौन देगा? प्रशासन का कहना है कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों, इसके लिए सख्त प्रबंध किए जाएंगे।

